Bade Kaam Ka Bander Lyrics In Hindi

Movie Name Aankhen
Starring Govinda, Chunky Pandey & Kadar Khan
Song Name Bade Kaam Ka Bander
Lyrics By Indeevar
Music By Bappi Lahiri
Singer Kumar Sanu & Mohammad Aziz

 

बड़े काम का बन्दर लिरिक्स सॉन्ग ( गोविंदा, चंकी पांडे & कादर खान ) आँखें 

मेहरबान, कदरदान, साहिबान
जो लोग चोरी करते हैं
सीना जोरि करते हैं
टोपी पेहन के धोका देते हैं
और पैसा लेकर जान लेते हैं
उनसे तो भला मेरा बन्दर है
जो अपना और अपने उस्तादों का पेट भरता है
और चैन की ज़िन्दगी बसर करता है
तो बच्चा लोग बजाओ मेरे बन्दर के नाम पे ताली

बड़े काम का बन्दर
बड़े काम का बन्दर
मारे तो धर्मेंद्र
हे नाचे तो जीतेन्द्र
रोये तो राजेंद्र
गौर से देखो हर हीरो की
खूबी इसके अंदर…

जो दे उसका भी भला
जो ना दे उसका भी भला
जो दे उसका भी भला
जो ना दे उसका भी भला…

तावीज..
बन्दर के सात बाल का तावीज
एक बाल सर का
एक आइब्रो का
एक मुछ का
एक दाढ़ी का
एक छाती का
एक पेट का
एक गेट का
बाकी इधर उधर का है
मगर बुन्नू, मुन्नू
पब्लिक के दिल में सवाल आता है
क्या आता है..
यह तावीज किस किस काम आता है
अभी बताता है..
जो लड़की से शर्माता है
शादी से घबराता है
जोरू सामने आते ही
सर जिसका झुक जाता है
मेरा यह तावीज पेहन कर
जवां मर्द बन जाता है

भूक ये जगाता है
नींद ये बढ़ाता है
दर्द ये मिटाता है
काम ये बनाता है
नौकरी दिलाता है
लॉटरी लगाता है
हे हे अच्छे नंबरो से बच्चा पास हो जाता है
आता है कितने काम
एक रुपया है दाम
वो भी महंगाई बढ़ जाने के वजह से
वरना आठाना था ना मुन्नू, हाँ बुन्नू

जो ले उसका भी भला
जो ना ले उसका भी भला
जो ले उसका भी भला
जो ना ले उसका भी भला..

बड़े काम का बन्दर
बड़े काम का बन्दर
हे मारे तो धर्मेंद्र
हे नाचे तो जीतेन्द्र
रोये तो राजेंद्र
गौर से देखो हर हीरो की
खूबी इसके अंदर…

बुन्नू.. मुन्नू
हमने दुनिया को तावीज दिया, दिया
मगर बंदर ने हमारे लिए क्या किया, क्या किया
हां बाप ने हमें घर से निकाला, निकाला
बंद किया किस्मत का ताला, ताला
छीन लिया मुँह से निवाला, निवाला
बनके बाप बंदर ने पाला, पाला
अब बोलो बच्चो बंदर अच्छा के बाप अच्छा, बंदर..

लौट चलो घर लाड़लो
लौट चलो घर लाड़लो
बिनती मेरी मान लो
तुम ही मेरी आँखों के तारे
तुम ही हो जीने सहारे
हाल-ए-दिल मेरा जान लो
लौट चलो घर लाड़लो
लौट चलो घर लाड़लो

घर की खिड़कियां तुम्हे पुकारे
ढूंढ रही तुमको दीवारें
कहाँ गयी मेरे घर की बहारें
इज़्ज़त ना नीलाम करो
लौट चलो मेरे लाड़लो
लौट चलो मेरे लाड़लो

तोडा नहीं ताला है
डाका नहीं डाला है
चोरी नहीं की है
मेहनत से कमाया है
धंधा ये जमाया है
मुश्किल से कुछ पाया है
जीना हमको आया है, हे आया है…
हां हाय हाय हाय..
मुन्नू ज़रा ढूंढ तो रे
सुर कोनसा था रे..

हां जो ले उसका भी भला
जो ना ले उसका भी भला
जो ले उसका भी भला
जो ना ले उसका भी भला
बापू तेरे प्यार से
भर आया मेरा भी गला
बापू तेरे प्यार से
भर आया मेरा भी गला
अच्छा हैं जो मान गये
वरना तो कट जाता गला
अच्छा हैं जो मान गये
वरना तो कट जाता गला..

समाप्त

बोल : इंदीवर 
गायक : कुमार सानु & मोहम्मद अज़ीज़ 


 

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