सलामत रहे दोस्ताना हमारा लिरिक्स
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
वो खाबों के दिन वो किताबों के दिन
वो खाबों के दिन वो किताबों के दिन
सवालों की रातें जवाबों के दिन
कई साल हमने गुज़ारे यहाँ
यहीं साथ खेले हुए हम जवां
हुए हम जवां…
था बचपन बड़ा आशिक़ाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
ना बिछड़ेंगे मर के भी हम दोस्तों
ना बिछड़ेंगे मर के भी हम दोस्तों
हमें दोस्ती की कसम दोस्तों
पता कोई पूछे तो कहते हैं हम
के एक दूजे के दिल में रहते हैं हम
रहते हैं हम…
नहीं और कोई ठिकाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा
सलामत रहे दोस्ताना हमारा
समाप्त
बोल : आनंद बक्शी
गायक : मोहम्मद रफ़ी & किशोर कुमार