बस गयो बालो रे सालासर धाम में लिरिक्स
बस गयो बालो रे…
बस गयो बालो रे सालासर धाम में
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
बाळ पण में बालो गोदी बैठ्यो मात की
पूरब दिशा में लाली देखि परभात की
मार क छलांग पकड्यो उगतोड़ भान ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
बिच सबा में जद बिड़ो फेरयो राम जी
सिया को संदेशो ल्याणु बड़ो भारी काम जी
अंजनी दुलारयो झट चाब्यो नागरपान ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
तन है शरम तेरी माता की दूध की
लंका में पहुंच्यो बालो सागर से कूद जी
सिया की खबर लेण भेज्यो श्री राम ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
सियाजी के गोद में गेरी राम की निशाणी
राम राम गावे हनुमत मीठी मीठी बाणी
सिया बोली कपि म्हान मुखडो दिखाई दे
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
माता को हुक्म लेके मिठो फळ खा लियो
लंका जळाई कई अशुरा ने मार दियो
सिया को संदेशो लायी दीन्यो प्रभु राम ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
लक्ष्मण के मूर्छा आयी शक्ति की पीड़ में
राम कहे बालो म्हारे आडो आयो भीड़ में
रण में बचाया मेरे भाई के प्राण ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
कपट रच्यो है कपटी वो अहिरावण
राम लखन ने लेग्यो भेंट चढ़वाण
देवी की देह जद धारी हनुमान ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
आय के पुजायो बालो सालासर धाम में
सुख और सम्पति देव सारे जहान ने
मोहन दास पुकारे सुण खोल कान ने
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
बस गयो बालो रे सालासर धाम में
धन थारी अंजनी माता धन थार नाम ने
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : ट्रैडिशनल
गायक ( Singer) : धरणीधर दाधीच