भंगड़ा पाले लिरिक्स ( करन अर्जुन )
हो… हो…
भंगड़ा पाले आजा आजा
भंगड़ा पाले आजा आजा
बोलो बोलो बोलो जिन्दड़ी है कहाँ
जिन्दड़ी वहां तेरा संग है जहाँ
ज़िन्दगी मिली तो इसे मत खोना
जीते जी जुदा हमसे मत होना
भंगड़ा पाले आजा आजा
ओ आंगन में पायल छनकेगी
पनघट फिर से गायेगा
आंगन में पायल छनकेगी
पनघट फिर से गायेगा
मुस्कानों को अरमानों को
कैद ना कोई कर पायेगा
छलके अँखियों से प्यार
दिल हुआ बेकरार
नाचे लोग मगन मतवाले
भंगड़ा पाले आजा आजा
भंगड़ा पाले आजा आजा
बोलो बोलो बोलो जिन्दड़ी है कहाँ
जिन्दड़ी वहां तेरा संग है जहाँ
ज़िन्दगी मिली तो इसे मत खोना
जीते जी जुदा हमसे मत होना
भंगड़ा पाले आजा आजा
हो…
हो सच्चाई को काट सके जो
ऐसी कोई तलवार कहाँ
सच्चाई को काट सके जो
ऐसी कोई तलवार कहाँ
प्यार को बंधी बना के रखले
ऐसी कोई दीवार कहाँ
ना हो कोई मजबूर
ना हो कोई हमसे चूर
ना हो कोई मजबूर
ना हो कोई हमसे चूर
आजा खुशियों के मेले लगा ले
भंगड़ा पाले आजा आजा
बोलो बोलो बोलो जिन्दड़ी है कहाँ
जिन्दड़ी वहां तेरा संग है जहाँ
ज़िन्दगी मिली तो इसे मत खोना
जीते जी जुदा हमसे मत होना
भंगड़ा पाले आजा आजा
भंगड़ा पाले आजा आजा…
हो… हो…
समाप्त
बोल : इंदीवर
गायक : मोहम्मद अज़ीज़, सुदेश भोसले & साधना सरगम