दिल चुरा लिया लिरिक्स ( अजय देवगन & नेहा धूपिया ) क़यामत
मन करता है
तुमसे बातें करता रहूँ
शाम हो रात हो सुबह दोपहर
बस बोलता ही रहूँ
तो बोलो ना…
ये जो तुम्हारी आवाज है
ना गहरी ये सुनके
दिल में कुछ होता है
तो बोलता रहूँगा
सपना मुझे तुमसे
इतनी बातें करनी है की
की ज़िंदगी ख़त्म हो जाएगी
मगर बातें नहीं
मेरे दिलबर मेरे जानू
मैंने तुमसे प्यार किया रे
बेचैनी बढ़ती जाती है
तुमने कैसा दर्द दिया है रे
मैंने तुम्ही से किया रे
मैंने तुम्ही से किया रे
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
तेरी पहली नज़र ने
मेरा चैन चुराया
तेरा ख्वाब जो आया
रातों को जगाया
तेरी प्यास को मैंने
होठों पे सजाया
चाहत कैसी है
तूने मुझको बताया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
पाओं जमीं पे पड़ते नहीं अब
मैं उड़ने लगी हूँ हवा में
खुशबु बनके भिखरी पड़ी है
तेरी जुल्फें आज फिजा में
तूने जादू ये कैसा किया रे
तूने जादू ये कैसा किया रे
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
तेरी इन बाँहों में मुझको
अब तो जीना-मरना है
सोच लिया है हद से ज्यादा
अब इश्क़ तुझे करना है
मैंने माना तुझे ही पिया रे
मैंने माना तुझे ही पिया रे
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
दिल चुरा… लिया
आ हा हा हा…
ऐ हे हे हे… ला ला ला…
ला ला ला… ला ला ला…
ऐ हे हे हे… ला ला ला…
समाप्त
बोल : समीर
गायक : अभिजीत भट्टाचार्य & कविता कृष्णमूर्ति