दिल का आलम लिरिक्स
हो… हो… हो…
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
एक चेहरे ने बहोत…
एक चेहरे ने बहोत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
एक चेहरे ने बहोत…
एक चेहरे ने बहोत प्यार से देखा मुझे
दिल का अलाम मैं क्या बताऊं तुझे…
वो मेरे सामने बैठी है मगर
उससे कुछ बात ना हो पायी
मैं इशारा भी अगर करता हूँ
इसमें हम दोनों की रुस्वाई है
इसमें हम दोनों की रुस्वाई है
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
वो तो होठों से कुछ भी कहती नहीं
उसकी आँखों में एक कहानी है
उस कहानी में नाम है मेरा
मुझपे कुदरत की मेहरबानी
मुझपे कुदरत की मेहरबानी
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे
एक चेहरे ने बहोत…
एक चेहरे ने बहोत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊं तुझे…
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : मदन पाल
गायक ( Singer) : कुमार सानू