दिल मेरे तू दीवाना है लिरिक्स
दिल मेरे तू दीवाना है पागल है मैंने माना है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है पागल है मैंने माना है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है…
खामोशियो की जुबां
कोई ना समझे यहाँ
शेहरा में गुल खिलते नहीं
मिलके कभी मिलते नहीं
जाने है किसकी खता
अनजानी ये राहें
मंजिल का देगी पता…
दिल मेरे तू दीवाना है पागल है मैंने माना है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है…
नदियों को एहसास है
सागर में भी प्यास है
माना के है अँधेरा घना
किसने किया तुझको मना
तारों की शमा जला
सच होते सपने भी
मैंने है ऐसा सूना…
दिल मेरे तू दीवाना है पागल है मैंने माना है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है पागल है मैंने माना है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
पल पल आहें भरता है कहने से क्यों डरता है
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : समीर
गायक ( Singer) : कुमार सानू