एक मुलाक़ात लिरिक्स
एक मुलाक़ात हो, तू मेरे पास हो…
एक मुलाक़ात हो, तू मेरे पास हो
जीने की वजह तुम बनो बनो
बनकर तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया मैं मुक़मल हुआ…
एक मुलाक़ात जरूरी है जरूरी जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी है जरूरी ज़िन्दगी के लिए…
मैं तुझे चुम लूँ चाहत सी होती है
पास तू जो रहे राहत सी होती है
मैं तुझे चुम लूँ चाहत सी होती है
पास तू जो रहे राहत सी होती है
चल प्यार की नयी शुरुआत हो
कुछ ना कहे पर सारी बात हो
बनकर तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया मैं मुक़मल हुआ…
एक मुलाक़ात जरूरी है जरूरी जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी है जरूरी ज़िन्दगी के लिए…
हर पल दिल में अधूरापन सा है
भटके तनहा बंजारा जीवन है
हर पल दिल में अधूरापन सा है
भटके तनहा बंजारा जीवन है
मैं हु क्या बस एक आधा आसमां
ना रख पाऊं फासला दरमियाँ
बनकर तू रहबर मुझको मिला है
तू मिल गया मैं मुक़मल हुआ…
एक मुलाक़ात जरूरी है जरूरी जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी है जरूरी ज़िन्दगी के लिए…
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : समीर अनजान
गायक ( Singer) : जुबिन नौटियाल