हरियाला बन्ना लिरिक्स
थारे रूप रंग सो कोई सोणों नांही जग में
थारे रूप रंग सो कोई सोणों नांही जग में
सूरज चंदा के बेहतो सागर
म्हान जग सारो अब ना भाव
थारे रूप रंग सो कोई सोणों नांही जग में
थारे रूप रंग सो कोई सोणों नांही जग में
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
इक तू ही जाणें थारी प्रीत बसी रग-रग में
इक तू ही जाणें थारी प्रीत बसी रग-रग में
सावणिंयो बेह जाव झर-झर
यादा जद म्हान थारी आव
जोधाणें गयो ये नादान बन्नी ये
जोधाणें गयो ये नादान बन्नी ये
तन पेनंण की चतराई बनी में मोचड़ लायो ये
तन पेनंण की चतराई बनी में जूती लायो ये
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
हो भूल गयी थारी दीद की खातिर सब में
हो भूल गयी थारी दीद की खातिर सब में
मेरी जान गयी तू देख ले आकर
म्हारी जाती सांसा में फिर जी आव
जयपुर ये गयो नादान बन्नी ये
जयपुर ये गयो नादान बन्नी ये
तन ओढ़णं की चतराई बनी में लहरियो लायो ये
हाँ ओढ़णं की चतराई बनी में लहरियो लायो ये
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
मैं सूती बाजळ महल बन्नी ने
क्यों जगाणी ओ
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : कुणाल वर्मा & कमल चौधरी
गायक ( Singer) : रविंद्र उपाध्याय & कमल चौधरी