काजलियो लिरिक्स
थान निरख निरख मुस्कावां हरक हरक हर्षवां हो
चाँद सरि सो है उणियारो इपे वारी जावां म्हें
आओ म्हारे पास मिजाजी म्हासूं नेंण मिलाऊँ जी
अब तो रेयो ना जाव पल भी आ हिवड़े लग जावो जी
आ हिवड़े लग जावो जी…
थान काजळियो बणां लूँ
म्हारे नैणां में रमा लूँ
राज़ पलकां में बंद कर राखूं ली
हों… राज़ पलकां में बंद कर राखूं ली
थान काजळियो बणां लूँ
म्हारे नैणां में रमा लूँ
राज़ पलकां में बंद कर राखूं ली
हों… राज़ पलकां में बंद कर राखूंली
पलंका माहीं बंद हुया तो नींद कियाँ फिर आवेली
फिर तो पीव ने गोरी थारी याद घणी तडपावली
मन रे माहीं बसाय राख़ लूँ रंग प्रीत को राचे लो
मनड़ो नो नो ताल मिजाजण थारो पल-पल नाच लो
थारो पल-पल नाच लो…
थाने नौसर हार बणालुं
म्हारे मनड़े सु लगा लूँ
चुनड़ी में छिपाय थाने राखूंली
हों… चुनड़ी में छिपाय थाने राखूंली
चुनड़ के चारों पल्ला पे पीव को नाम लिखयो जी
छेल छबीलो रूप पिया को गोरी के मन भायो जी
आपां जनम जनम का साथी साथ कदेई नी छूटे
प्रीत प्रेम की डोरी को यो नातो कदेई नी टूटे
नातो कदेई नी टूटे…
थाने मोतीड़ो बना लूँ
अंगूठी के माहीं सजा लूँ
अंगुली में पहराय थाने राखूं ली
हों… अंगुली में पहराय थाने राखूं ली
थान काजळियो बणां लूँ
म्हारे नैणां में रमा लूँ
राज़ पलकां में बंद कर राखूं ली
हों… राज़ पलकां में बंद कर राखूंली
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : धनराज दाधीच & ट्रेडिशनल
गायक ( Singer) : आकांशा शर्मा