काली ये कंकाली मैया लिरिक्स
थाने मनावां म्हारी जगदम्बा माता म्हारी
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
और दिना रे सखियाँ खुले मुंडे रहती सखियाँ
ओ पूट फेर पाछी कियाँ मुड़गी ओ राज़…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे साची बतायां राजा डर थारो लागे राजा
ओ झूठ म्हांस बोल्यो कोनी जावे राज़…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
वाचा देवा ये थाने ब्रह्मा का वाचा ये सखियाँ
ओ वाचा म्हे चूका तो उबा सूखा ओ राज़…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
ओ तेरे मुंडे पर राजा धाड़ी मुछ कोनी रे राजा
ओ मेहलां मायीं टाबर थार कोनी ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे मैं तो म्हारे रे राजा धंधे पर चाली रे राजा
ओ मुख देख तो धर्म थारो कोनी ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
काली ये कंकाली मैया शक्ति भवानी ये मैया
अरे डाँवोडी भुजा पर भैरुँ खेल ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे अन्न भी घणेरो रे राजा धन भी घणेरो रे राजा
ओ थारी छाती बिच खाढो कैयां पड़ग्यो ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे तू काई पूछ रे मेरा जगदेवा नौकर मेरा
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे तू मत जाणी रे राजा थमसल को जायो रे राजा
ओजी उदिया तो दीप को मैं लड़को ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
साची बताया रे राजा दुःख तेरो मेटूं रे राजा
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
आधी आधी रात भैरुँ रे रागसियो आवे भैरुँ
म्हारी राणी साग चौपड़ पासा खेले ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अपनों तो गोडो रे बिकी छाती पर मेल रे राजा
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
माचा को पागो भैरुँ रे छाती पर मेले रे राजा
म्हारी राणी साग चौपड़ पासा खेले ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अरे आज की तो रात राजा निर्भय सोज्या रे राजा
अजी ढोलिये रो पेरो म्हे तो देस्यां ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
आधी तो रात भैरुँ रागसियो आयो भैरुँ
अजी जगदेवो सांकल बिकी खींची ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
अपणो तो गोढो रे बिकी छाती पर मेल्यो बो तो
बायों गोढो हां बायों गोढो भेरुंडा को तोड्यो ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
कुण तन कुट्यो भैरुँ रे कुण मारयो रे बेटा
हे कुण थारो ओ कुण थारो बायों गोढो तोड्यो ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
राजा जयचंद के बणियो है बो तो डोड्यां को नौकर
जगदेवो हां जगदेवो नाम बिको कीज्यो ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
बायों तो अंग भैरुँ रे तू ही तो चुंग्यो रे भैरुँ
हां दायों अंग जगदेवो चुंग्यो ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
चालो रे भैरुँ बेटा रे सिंगड़ो पलाणु बेटा
अरे दात्ता रां ने जांचण आपा चाला ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
हर्दय में आज्या मैया परदे में आज्या माता
मेरी अटकी नैया पार तो लगा ज्या ये माँ
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़…
काली ये कंकाली मैया शक्ति भवानी ये मैया
अरे डाँवोडी भुजा पर भैरुँ खेल ओ राज…
आगे तो आगे भैरुँ डमरू बजावे भैरुँ
हे लारे लारे मैया चली आवे ओ राज़..
समाप्त
बोल : ट्रैडिशनल
गायक : राजू पंजाबी