लापता लिरिक्स ( सलमान खान & कैटरिना कैफ ) एक था टाइगर
आखोँ को यूँ बंद करके
धीमे-धीमे गिन-गिन के
ढुंढो हमें, हम हैं कहाँ
हो भुल से फ़साने हैं
जमीं से बेगाने हैं
देखो हुवे हम तो हवा
दिल के किनारे ख़्वाबों के नीचे
है खोया-खोया अपना जहां
मैं लापता… तू लापता…
होशो हवा… है लापता…
ओ… ओ ऊ… ओ…
हाँ ये ज़िद हैं मेरी
तुझको ही सोंचेंगे अब हम
रौशनी ये तेरी
ख्वाबों में रखेंगे बंद हम
हां सुबह कब सोये तारे कब जागे
हम भूले हैं कि कब क्या हुआ…
मैं लापता… तू लापता…
होशो हवा… है लापता…
ओ… ओ…
ले रहे थे साँसे
जिन्दा नहीं थे कभी हम
दिल ये तुझको देके
धड़कन से वाकिफ़ हुए हम
हां तुझमे ही गुम है तुझमे ही खोये
अब वैसे भी है जाना कहाँ
मैं लापता… तू लापता…
होशो हवा… है लापता…
समाप्त
बोल : अन्विता दत्त
गायक : पलक मुछाल & केके