मैं रंग शर्बतों का लिरिक्स
ख्वाब हैं तू नींद हूँ मैं दोनों मिले रात बने
रोज़ यही माँगू दुआ तेरी मेरी बात बने
बात बने…
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मुझे खुद में घोल दे तो मेरी यार बात बन जानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मुझे खुद में घोल दे तो मेरी यार बात बन जानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
ओ यारा तुझे प्यार की
बतियाँ क्या समझावा
जाग के रतियाँ रोज़ बितावां
इससे आगे अब मैं क्या कहूँ
ओ यारा तुझे बोलती
अखियां सदके जावां
मांग ले पकियाँ आज दुवावं
इससे आगे अब मैं क्या कहूँ
मैंने तो धीरे से नींदों के धागे से
बाँधा है ख्वाबों को तेरे
मैं ना जहाँ चाहूँ ना आसमां चाहूँ
आजा हिस्से में तू मेरे
तू ढंग चाहतों का मैं जैसे कोई नादानी
तू ढंग चाहतों का मैं जैसे कोई नादानी
मुझे खुद से जोड़ दे तो मेरे यार बात बन जानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
तेरे ख्यालों से तेरे ख्यालों तक
मेरा तो हैं आना जाना
मेरा तो जो भी है तू ही था तू ही है
बाकि जहाँ है बेगाना
तुम एक मुसाफिर हो मैं कोई राह अनजानी
तुम एक मुसाफिर हो मैं कोई राह अनजानी
मन चाहा मोड़ दे तो मेरे यार बात बन जानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
मुझे खुद में घोल दे तो मेरी यार बात बन जानी
मैं रंग शर्बतों का तू मीठे घाट का पानी
ओ यारा तुझे बोलती
अखियां सदके जावां
मांग ले पकियाँ आज दुवावं
इससे आगे अब मैं क्या कहूँ
मैंने तो धीरे से नींदों के धागे से
बाँधा है ख्वाब को तेरे
मैं ना जहाँ चाहूँ ना आसमां चाहूँ
आजा हिस्से में तू मेरे
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : इरशाद कामिल
गायक ( Singer) : आतिफ असलम & चिन्मयी श्रीपदा