मन्न लिरिक्स
मेरे दिल के कोने कोने में
तेरी मोहब्बत का जलशा है
मेरी ज़िन्दगी और कुछ नहीं
तेरी आशिकी का फल शफा है
खोया रहता तन्हाइयों में
तेरे बिना मेरा ये मन
तेरे बिना मेरा ये मन
उलझा रहता बेचैनियों में
तेरे बिना मेरा ये मन
तेरे बिना मेरा ये मन
कितना है नादां ये ना जाने
दर्द है दूजा नाम इश्क़ का
डूबा रहता मधहोशियों में
तेरे बिना मेरा ये मन
तेरे बिना मेरा ये मन
इश्क़ की गली पेचीदा ये ना जाने
मोहब्बत की रश्में ये ना पहचाने
कितना समझाऊं इसको
आशिकी नहीं आसां
लेकिन मेरी ये एक ना माने
कितना है नादान ये ना जाने
दर्द है दूजा नाम इश्क़ का
डूबा रहता मधहोशियों में
तेरे बिना मेरा ये मन
तेरे बिना मेरा ये मन
मुझको जगाता है बस
सारी सारि रात ये
सिर्फ तुझको ही चाहे
मांगे तेरा साथ ये
इंतेज़ार करता है ये
तेरे दीदार का
याद करता है बस
पहली मुलाक़ात ये
कितना है नादां ये ना जाने
दर्द है दूजा नाम इश्क़ का
डूबा रहता मधहोशियों में
तेरे बिना मेरा ये मन
तेरे बिना मेरा ये मन
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : हिमेश रेशम्मिया
गायक ( Singer) : निहाल टैरो