म्हारी मनीषा की याहि पहचान लिरिक्स
अरे म्हारी मनीषा की याहि पहचान
गळा में चुन्नी लाल राख रे
म्हारी जानू की याहि पहचान
गळा में चुन्नी लाल राख
अरे लाल राखे रे म्हारी जान
मनीषा चुन्नी लाल राख रे
म्हारी जानू की याहि पहचान
गळा में चुन्नी लाल राख
अरे उन्का कमरा के आगे दो पेड़
हरया झीका नीम का दिख रे
अरे नीम का दिख रे म्हारी जान
हरया झीका नीम का दिख रे
अरे उन्का कमरा के आगे दो पेड़
हरया झीका नीम का दिख
अरे म्हारा लव की छ याहि पहचान
मनीषा ऐसी गोरी स्यूं रे
अरे हंस रि से रे म्हारी जान
मनीषा म्हारी हंस री स रे
म्हारा लव की छ याहि पहचान
मनीषा म्हारी हंस री स
अरे म्हारी मनीषा तो अब तैयार
चली रे पाणी भरबान रे
अरे पाणी भरबा रे मेरी जान
चली रे पाणी भरबा रे
म्हारी मनीषा तो अब तैयार
चली रे अब पाणी भरबा
अरे म्हारी जान मनीषा बोल आज
मिल्या रे आपां बहोत दिन में रे
अरे बहोत दिन में रे म्हारा यार
मिल्या रे आप बहोत दिन में रे
म्हारी जान मनीषा बोल आज
मिल्या रे आपां बहोत दिन में
अरे मैं तो रोज़ मिलाऊँ तन फोन
मिले ही कोनी फ़ोन थारो रे
अरे फ़ोन थारो रे मेरी जान
मिले ही कोनी फ़ोन थारो रे
मैं तो रोज़ मिलाऊँ तन फोन
मिले ही कोनी फ़ोन थारो
अरे छोरा तन दियो जे फ़ोन
के बिन मोसो फुस्कायो
अरे फुस्कायो म्हारा यार
के बिन मोसो फुस्कायो रे
छोरा तन दियो जे फ़ोन
के बिन मोसो फुस्कायो
अरे मैं तो कोनी रेउं म्हारा यार लाग
पिया जी म्हारो हाफ लाग
अरे हाफ लाग म्हारा यार
ढ़ोलो तो मन पागल लाग रे
मैं तो कोनी रेउं म्हारा यार लाग
पिया जी म्हारो हाफ लाग
अरे इब परण्या ने बोल टाटा आज
चली चाला आज वन में
अरे छोड़ बन में इन छोड़ बन में
परण्या ने बोल टाटा आज
चली चाला आज वन में
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : भगवत सिंह
गायक ( Singer) : शिवराज सिंह लखनपुर