पल लिरिक्स
पल, एक पल में ही थम सा गया
तू हाथ में हाथ जो दे गया
चलूँ मैं जहाँ जाए तू दाएं मैं तेरे बाएं तू
हूँ रुत मैं हवाएं तू, साथिया
हस्सूं मैं जब गाये तू रोऊँ मैं मुरझाये तू
भीगूँ में बरसाए तू, साथिया
साया मेरा है तेरी शकल
हाल है ऐसा कुछ आज कल
सुबह मैं हूँ तू धुप है
मैं आइना हूँ तू रूप है
ये तेरा साथ खूब है हमसफ़र
तू इश्क़ के सारे रंग दे गया
फिर खिंच के अपने संग ले गया
कहीं पे खो जाएँ चल जहाँ ये रुक जाए पल
कभी ना फिर आये कल, साथिया
एक मांगे अगर सौ ख्वाब दूँ
तू रहे खुश मैं आबाद हूँ
तू सबसे जुदा-जुदा सा है
तू अपनी तरह-तरह सा है
मुझे लगता नहीं है तू दूसरा
पल, एक पल में ही थम सा गया
तू हाथ में हाथ जो दे गया
चलूँ मैं जहाँ जाए तू दाएं मैं तेरे बाएं तू
हूँ रुत मैं हवाएं तू, साथिया
हस्सूं मैं जब गाये तू रोऊँ मैं मुरझाये तू
भीगूँ में बरसाए तू, साथिया
ओ… हम्म…
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : प्रशांत इंगोले & कुणाल वर्मा
गायक ( Singer) : अरिजीत सिंह & श्रेया घोषाल