पवनसुत कोन दिशा से आया लिरिक्स
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
किसका है पुत्र किसका तू पायक है
कांई थारो नाम धरायो…
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
अंजनी का पुत्र रामजी का पायक हूँ
हनुमत नाम धरायो…
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
कठ तो छोड्या राम लिछमण
कांई तो संदेशो लेकर आयो
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
समंदर की तीर छोड्या राम और लिछमण ने
फोजां तो लेकर आयो
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
तुलसी तो दाश बाबा आशा रघुवर की
हरष हरष गुण गायो
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
पवनसुत कोन दिशा से आया रे
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : ट्रैडिशनल
गायक ( Singer) : ट्रैडिशनल