रातां लंबियाँ लिरिक्स
तेरी मेरी गल्लां होगी मशहूर
करना कभी तू मुझे नज़रों से दूर
कित्थे चलिए तू, कित्थे चलिए तू
कित्थे चलिए, कित्थे चलिए…
जांणदा है दिल यह तो जांणदी है तू
तेरे बिना मैं ना रहूँ मेरा बिना तू
कित्थे चलिए तू, कित्थे चलिए तू
कित्थे चलिए, कित्थे चलिए…
काटूं कैसे रातां ओ सावरे जिया नहीं जाता सुन बावरे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
चम चम चम अम्ब्रा दे तारे कहन्दे ने सजना
तू ही चंन मेरे इस दिल दा मन ले वे सजना
तेरे बिना मेरा होवे ना गुज़ारा…
छड़ के ना जावें मैनु तू ही है सहारा
काटूं कैसे रातां ओ सावरे जिया नहीं जाता सुन बावरे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
तेरी मेरी गल्लां होगी मशहूर
करना कभी तू मैनु नज़रों से दूर
कित्थे चलिए तेरे, कित्थे चलिए तेरे
कित्थे चलिए
जाणदा है दिल यह तो जांणदी है तू
तेरे बिना मैं ना रहूँ मेरा बिना तू
कित्थे चलिए तू, कित्थे चलिए तू
कित्थे चलिए, कित्थे चलिए…
काटूं कैसे रातां ओ सावरे जिया नहीं जाता सुन बावरे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
के रातां लंबियाँ-लंबियाँ रे कटे तेरे संगिया-संगिया रे
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : तनिष्क बागची
गायक ( Singer) : जुबिन नौटियाल & असीस कौर