Movie Name | Raja Babu |
Airtist | Govinda, Shakti Kapoor & Karisma Kapoor |
Lyrics By | Sameer Anjaan |
Music By | Anand-Milind |
Singer | Kumar Sanu, Vinod Rathod, Kavita Karishnamurthy, Udit Narayan, Abhijeet Bhattacharya & Poornima |
Director | Devid Dhawan |
पक चिक पक राजा बाबू लिरिक्स
पक चिक पक राजा बाबू
चल गया कोई जादू
ना रहा दिल पे काबू
क्या कर गयी हसीना…
सपनों की रानी मेरी ज़िंदगानी जल्दी से आजा
रुत मस्तानी लड़की दीवानी झलक दिखा जा
देखा जब से तुझेको जाना बन गया हूँ मैं दीवाना
जब मिलेगी तू शहजादी मैं करूँगा तुझसे शादी
बेकरारियाँ कहती है आ, हाय…
धक् धक बोले जिया मेरा डोले दर्द सताये
मुखड़ा निहारुं तुझको पुकारुं चैन ना आये
क्या लटें है काली काली तू लगे गूलों की डाली
प्यार की छलकती प्याली प्यास मुझको देने वाली
दिलरुबा सदा सुनके तो जा, हां…
बोल : समीर
गायक : विनोद राठौड़, जॉली मुख़र्जी & आनंद चित्रगुप्ता श्रीवास्तव
सरकाय ल्यो खटिया जाड़ा लगे लिरिक्स
सरकाय ल्यो खटिया जाड़ा लगे
सरकाय ल्यो खटिया..
सरकाय ल्यो खटिया जाड़ा लगे
जाड़े में बलमा प्यारे लगे
सरकाय ल्यो तकिया जाड़ा लगे
सरकाय ल्यो तकिया..
सरकाय ल्यो तकिया जाड़ा लगे
जाड़े में बलमा प्यारे लगे
गर्मी में माथे से टपके पसीना
भाये ना बारिश का टिप टिप महीना
सुई चुभे कोई शोला सा भड़के
माने ना बैरी जिया मोरा धड़के
ठुकराओ नाहीं बतिया जाड़ा लगे…
पड़ने लगी है कड़ाके की सर्दी
कितना सताये हैं मौसम बेदर्दी
ऐसे में कैसे सहे हम जुदाई
बाँहों में लेके ओढ़ा दो रजाई
ओह तरसाये बड़ी रातियाँ जाड़ा लगे…
बोल : समीर
गायक : पूर्णिमा & कुमार सानू
याद सताये तेरी नींद चुराये लिरिक्स
याद सताये तेरी नींद चुराये
अब दिल ना लगे दिलबर
आ गले लगा ले मैं तड़पुं
एकेलि अब रात रात भर
याद सताये तेरी नींद चुराये
अब दिल ना लगे दिलबर
आ गले लगा ले मैं तड़पुं
एकेले अब रात रात भर
तेरे लिए मैंने छोड़ दिया सबको को
तेरी मोहब्बत में भूल गया रब को
मुझको दुनिया मिल गयी तुझसे नाता जोड़ के
जाऊंगा ना मैं कभी तेरा आँचल छोड़ के
आ गले लगा ले मैं तड़पुं एकेली अब रात रात भर…
जीना नहीं मुझको साथी कभी तेरे बिन
जान लुटा दूंगी तेरे लिए एक दिन
अब तो हम तो साथिया जीना मरना संग है
कहता जायेगा सदा ये तो प्यार का रंग है
आ गले लगा ले मैं तड़पुं एकेले अब रात रात भर…
सेज सजी अपनी महकी बहारों से
मांग सजा दूं मैं चाँद सितारों से
पल पल की डोली सजी बैठी सपनों की दुल्हन
नील अम्बर के तले आज हुआ अपना मिलना
आ गले लगा ले मैं तड़पुं एकेली अब रात रात भर…
बोल : समीर
गायक : उदित नारायण & कविता क्रिष्णमूर्थी
आ आ इ ऊ ऊ ओ मेरा दिल ना तोड़ो लिरिक्स
आ आ इ ऊ ऊ ओ मेरा दिल ना तोड़ो
रूठ के ना जाओ मेरी जां
पास मेरे आओ मेरी जां
मैं अंगूठा छाप पढ़ना और लिखना जानू ना..
फैसला मैंने किया ना ऐसे पीछा छोडूंगा
है यही मेरी तमन्ना दिल से दिल मैं जोड़ूंगा
मैं हूँ अनाड़ी कुछ तो सीखा दे
मुझको भी अपने जैसा बना दे
ना सुनु कोई बहाना बात कोई मानु ना…
आ सजा दूँ मैं बहारे जान तेरे बालों में
रंग होठों का लगा दूँ तेरे गोर गालों में
मैं तेरा राजा तू मेरी रानी
तुझसे बनेगी मेरी कहानी
मैं सिवा तेरे कसी भी और को पहचानू ना…
आ आ इ ऊ ऊ ओ इसका दिल ना तोड़ो
रूठ के ना जाओ मेरी जां
पास मेरे आओ मेरी जां
मैं अंगूठा छाप पढ़ना और लिखना जानू ना..
बोल : समीर
गायक : अभिजीत भट्टाचार्य
अइया अइया अइया मस्ती छा गयी लिरिक्स
अइया अइया अइया मस्ती छा गयी
अइया अइया अइया मैं बल खा गयी
आयी शोक जवानी उम्र हसी मस्तानी
हुस्न के रंग में ढल गयी, ला ला ला…
क्या जलन है पानी में तन बदन पिघलता है
धड़कने दीवानी है मन मेरा मचलता है
सांसों में है गर्मियां मौसम सर्द है
जागी है बेचैनियां दिल में दर्द है
प्यास की आग में जल गयी, ला ला ला…
रात भर अकेली मैं करवटे बदलती हूँ
क्यों कदम बहकते हैं जो संभल के चलती हूँ
कोई भी बतलाये ना ये क्या हो गया
ज्यादु सा जागा कोई बचपन खो गया
उम्र की बेखुदी छल गयी, ला ला ला..
बोल : समीर
गायक : पूर्णिमा
उई अम्मा उई अम्मा लिरिक्स
उई अम्मा उई अम्मा क्या करता
लड़का होके लड़की से क्यूँ डरता
कुछ बोले ना बोले राज-ए-दिल ना खोले
पर मुझको है मालूम मुझपे मरता है…
थोड़ा अनाड़ी थोड़ा स्याना
बुद्धू बड़ा है मेरा दीवाना
तौबा दुहाई मुश्किल बताना
आये इसे ना लड़की फ़साना
लल्लू है दिलबर भी है मेरी बाते माने ना
जाने कैसा आशिक़ है भड़कन को पहचाने ना
चोरी से छुप छुप के आहें भरता है…
नींदे चुराई जादू जगाया
ये रोग इसने मुझको लगाया
कैसे कटेगी मेरी जवानी
कैसे बनूँगी इसकी रानी
मेरे अनजाने दिल को ऐसे क्यूँ तड़पता है
मेरी प्यासी साँसों में शोला क्यों भड़काता है
चाहत की ज्वाला में काहे जलता है…
बोल : समीर
गायक : पूर्णिमा
आ आ इ ऊ ऊ ओ बाँहों में आने दो लिरिक्स
आ आ ई ऊ ऊ ओ बाँहों में आने दो
और ना सताओ मेरी जां
प्यास तो भुजाओ मेरी जां
ना सुनु कोई बहाना बात कोई मानु ना…
है छुपा चेहरा तुम्हारा देखो मेरी आँखों में
रात भर ना नींद आये आते हो तुम खाबों में
आके गले से मुझको लगा लो
मैं हूँ तुम्हारी अपना बना लो
मैं किसी भी दूसरे को साथिया पहचानू ना…
लो जवानी की बहारे प्यासे प्यासे अंगो से
रंग दूंगी आज तुमको गोरे गोरे रंगो से
लगते हो तुम तो कच्चे खिलाड़ी
कैसे बताऊं बुद्धू अनाड़ी
चाहती हूँ सिर्फ तुमको और कुछ भी जानू ना…
आ आ इ ऊ ऊ ओ इसका दिल ना तोड़ो
आ आ ई ऊ ऊ ओ बाँहों में आने दो
और ना सताओ मेरी जां
प्यास तो भुजाओ मेरी जां
ना सुनु कोई बहाना बात कोई मानु ना…
बोल : समीर
गायक : पूर्णिमा