Song Name | Ram Lala |
Lyrics By | Manoj Muntashir |
Music By | Vishal Mishra |
Singer | Vishal Mishra |
राम लला लिरिक्स सॉन्ग ( विशाल मिश्रा ) राम भजन
तुलसी ने झूम के गाई
कोई मस्त मगन चौपाई
पागल है ख़ुशी से नैना
घर आये मेरे रघुराई
हो रामचंद्र जहाँ ठुमक चले
हर्षित है वो अंगनायी
क्या सुनना है क्या कहना
घर आये रघुराई
अब आठों पहर तेरे
मंदिर में गुजारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है..
सुखी नदी में जैसे मछली बहे
नाथ बिन तेरे हम ऐसे जीते रहे
हो आज बावरा तो होना बनता है
प्रभु बन गये हैं फूल सारे दर्द जो सहे
तेरी खड़ाऊ शीश पे लेके
जोगी बने नाचें हम तू जो कहे
तू जितना भरत का था
उतना ही हमारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है…
कण कण लाज हुआ कौशल्या
दशरथ हुये है पनघट पोखर
वो दिन आया जिसका रास्ता
नैनों ने देखा रो धोकर
सारे कोने सारे कूचे
पर तू दीपो से भी पूछे
अपने राम लला आ जाये
जाने कौन गली से होकर
चल प्रान उसे देदे
प्रणो से जो प्यारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है..
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय…
समाप्त
बोल : मनोज मुन्तशिर
गायक : विशाल मिश्रा