साँसों को लिरिक्स
साँसों को ज़ीने का इशारा मिल गया
डूबा मैं तुझमे तो किनारा मिल गया
साँसों को ज़ीने का इशारा मिल गया
ज़िन्दगी का पता दोबारा मिल गया
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया…
ग़म ज़्यादा, ग़म ज्यादा दिल ये था ग़म ज्यादा
बिन तेरे, बिन तेरे दिल ये था ग़म ज्यादा
आराम दे तू मुझे बरसों का हूँ मैं थका
पलकों पे रातें लिए तेरे वास्ते मैं जगा
आराम दे तू मुझे बरसों का हूँ मैं थका
पलकों पे रातें लिए तेरे वास्ते मैं जगा
मेरे हेर दर्द की गहराई को महसूस करता है तू
तेरी आँखों से ग़म तेरा मुझे मालूम होने लगा
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया…
मैं राज़ तुझसे कहु हमराज़ बन जा ज़रा
करनी कुछ गुप्तगू अल्फ़ाज़ बन जा ज़ारा
मैं राज़ तुझसे कहु हमराज़ बन जा ज़रा
करनी कुछ गुप्तगू अल्फ़ाज़ बन जा ज़ारा
जुदा जबसे हुआ तेरे बिना खामोश रहता हूँ मैं
लबों के पास आ अब तू मेरी आवाज़ बन जा ज़रा
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया
तू मिला तो खुदा का सहारा मिल गया…
ग़म ज़्यादा, ग़म ज्यादा दिल ये था ग़म ज्यादा
बिन तेरे, बिन तेरे दिल ये था ग़म ज्यादा
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : शकील आज़मी
गायक ( Singer) ; अरिजीत सिंह