सलामत लिरिक्स
चाहे मैं रहूँ जहाँ में चाहे तू ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे
चाहे ये ज़मीं ये आसमां रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे
ओ हो… हम्म…
डर है तुझे मैं खो ना दूँ, मिले जो खुदा तो बोल दूँ
मैं दो जहाँ का क्या करूं तू बता… ओ
तू जो मेरे पास है मुझको ना कोई प्यास है
मेरी मुक़म्मल हो गयी हर दुआ…
चाहे मेरे जिस्म में ये जां रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे
थे टुकड़ो में जी रहे, तुम जो मिले तो जुड़ गए
पंख लगा के उड़ चला मन मेरा… ओ
तुझमें मैं हूँ मुझमें में तू और सांसें रूबरू
कुछ भी नहीं अब दोनों के दरमियाँ…
चाहे उस चाँद में चमक रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे
चाहे मैं रहूँ जहाँ में चाहे तू ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उम्र सलामत रहे
ओ हो… हम्म…
समप्त ( End)
बोल ( Lyeics) : रश्मि विराग
गायक ( Singer) : अरिजीत सिंह, अमाल मल्लिक & तुलसी कुमार