समझ कर चाँद जिस को लिरिक्स ( शाहरुख़ खान, काजोल & शिल्पा शेट्टी ) बाज़ीगर
आ… आ…
समझकर चाँद जिसको
आसमाँ ने दिल में रखा है
समझकर चाँद जिसको
आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई
चूड़ी का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई
चूड़ी का टुकड़ा है
तेरे मेहँदी लगे हाथों में
जब चूड़ी खनकती है
तो इस गोरी कलाई में
ये दिल बनके धड़कती है
ये दिल बनके धड़कती है
ये दिल बनके धड़कती है
ये चूड़ी आशिक़ों को
प्यार के नग़मे सुनाती है
सुहानी रात की ख़ामोशियों में
हीर गाती है
ये चूड़ी हीर गाती है
ये चूड़ी हीर गाती है
ज़मीं पर जो उतर आया
ये वो जन्नत का नग़मा है
समझकर चाँद जिसको
आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरे महबूब की टूटी हुई
चूड़ी का टुकड़ा है
मेरी नज़रों से देखो तो
वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब जैसा इस
ज़माने में नहीं कोई
दिया लेके भी ढूंढो तो
नहीं ऐसा हसीं कोई
नहीं ऐसा हसीं कोई
नहीं ऐसा हसीं कोई
कभी टूटे से टूटे ना
हमारे प्यार की डोरी
तेरी चाहत भी बस मेरे
लिए अनमोल है गोरी
बड़ी अनमोल है गोरी
बड़ी अनमोल है गोरी
जुदा हम तुम नहीं होंगे
हमारा तुमसे वादा है
समझकर चाँद जिसको
आसमाँ ने दिल में रखा है
मेरी नज़रों से देखो तो
वो मेरे दिल का टुकड़ा है
मेरे महबूब की टूटी हुई
चूड़ी का टुकड़ा है
समाप्त
बोल : ज़मीर काज़मी
गायक : अलका याग्निक & विनोद राठौड़