Song Name | Sare Jahan Se Achha |
Lyrics By | Muhammad Iqbal |
Music By | Ravi Shankar |
Singer | Lata Mangeshkar |
Label | Saregama |
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा ( लता मंगेशकर ) देशभक्ति गीत
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी
ये गुलिस्तां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
ग़ुर्बत में हों अगर हम
रहता है दिल वतन में
ग़ुर्बत में हों अगर हम
रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमें भी
दिल है जहाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
परबत वो सबसे ऊँचा
हम साया आसमाँ का
परबत वो सबसे ऊँचा
हम साया आसमाँ का
वो संतरी हमारा
वो पासबाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
गोदी में खेलती हैं
इसकी हज़ारों नदियाँ
गोदी में खेलती हैं
इसकी हज़ारों नदियाँ
गुल्शन है जिनके दम से
रश्क-ए-जनाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
ऐ आब-ए-रूद-ए-गंगा
वह दिन हैं याद तुझको
ऐ आब-ए-रूद-ए-गंगा
वह दिन हैं याद तुझको
उतरा तेरे किनारे
जब कारवाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
मजहब नहीं सिखाता
आपस में बैर रखना
मजहब नहीं सिखाता
आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम… वतन है
हिन्दोस्तां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा
सब मिट गए जहाँ से
यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा
सब मिट गए जहाँ से
अब तक मगर है बाक़ी
नाम-ओ-निशाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
कुछ बात है कि हस्ती
मिटती नहीं हमारी
कुछ बात है कि हस्ती
मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन
दौर-ए-ज़माँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
इक़्बाल! कोई महरम
अपना नहीं जहाँ में
इक़्बाल! कोई महरम
अपना नहीं जहाँ में
मालूम क्या किसी को
दर्द-ए-निहाँ हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
हम बुलबुलें हैं इसकी
ये गुलिस्तां हमारा, हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
हिन्दोस्तां हमारा…
समाप्त
बोल : मुहम्मद इक़बाल
गायक : लता मंगेशकर