सुबह से लेकर शाम तक लिरिक्स
आ… आ…
ओ सुबह से लेकर शाम तक
शाम से लेकर रात तक
सुबह से लेकर शाम तक
शाम से लेकर रात तक
रात से लेकर सुबह तक
सुबह से फिर शाम तक
मुझे प्यार करो ओ…
मुझे प्यार करो
ओ मुझे प्यार करो
मुझे प्यार करो…
ओ शहर से लेकर गाओं तक
धुप से लेकर छाओं तक
शहर से लेकर गाओं तक
धुप से लेकर छाओं तक
सर से लेकर पाओं तक
दिल की सभी वफाओं तक
मुझे प्यार करो ओ…
मुझे प्यार करो
ओ मुझे प्यार करो
मुझे प्यार करो…
हो और पिया कुछ भी करलो
लेकिन रखना याद
और पिया कुछ भी करलो
लेकिन रखना याद
कुछ शादी से पहले
कुछ शादी के बाद
प्यार में अब इतनी शर्ते
कोन रखेगा याद
क्या शादी से पहले
क्या शादी के बाद
हो पास से लेकर दूर तक
दूर से लेकर पास तक
इन होटों के प्यास तक
धरती से आकाश तक
मुझे प्यार करो ओ…
मुझे प्यार करो
ओ मुझे प्यार करो
मुझे प्यार करो…
हो ऐसे कैसे हो सकता है
पूरा पूरा प्यार
ऐसे कैसे हो सकता है
पूरा पूरा प्यार
या खुलके इकरार करो तुम
या खुलके इंकार
ओ मेरे गले में डाल के बाहें
करलो बातें चार
इससे आगे करना पड़ेगा
तुमको इंतज़ार
हो सागर के इस आर से
सागर के उस पार तक
नज़रों की दीवार तक
प्यार से लेकर प्यार तक
मुझे प्यार करो ओ…
मुझे प्यार करो
ओ मुझे प्यार करो
मुझे प्यार करो…
ओ सुबह से लेकर शाम तक
शाम से लेकर रात तक
रात से लेकर सुबह तक
सुबह से फिर शाम तक
मुझे प्यार करो ओ…
मुझे प्यार करो
ओ मुझे प्यार करो
मुझे प्यार करो…
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : आनंद बक्शी
गायक ( Singer) : उदित नारायण & साधना सरगम