सिस्टम पे सिस्टम लिरिक्स ( हरयाणवी सॉन्ग )
किते रुकता ना लागे ब्रेक तेरे बारणे
मोटर पे लख्मी ड्रेक मेरी कार में
तू उलझी पड़ी स ट्रैप की ज्यू डार्लिंग
देसी बोला पे यो दुनिया नचा रया छोरा जाट का
सिस्टम पे सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का
देख तेरे सपने में आ रया छोरा जाट का
शहर तेरे धुंआ सा उठा रया छोरा जाट का
काले तेरे सूट नै यो मारा छोरा जाट का
ओ आशिक़ हु तेरा जान-ऐ-मन
डन काम न करदु मिंटा में
फ्यूचर सेट स छोरे का छोड़ दे छोरी चिंता ने
छोरा छैल कसुता यो लिखरा था तेरी लकीरा में
सोने बरगी छोरी तेरे हाथ में धरधु हीरा में
ओ बामण ने गेल्या भी लारा छोरा जाट का
सिस्टम पे सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का
काले तेरे सूट नै यो मारा छोरा जाट का
एक मेरे बोल पे रे सिस्टम हिलेगा
नाच मेरी बुलबुल तुझे पैसा मिलेगा
ऐसा मिलेगा ना वैसा मिलेगा
छोरा ना तन्ने मेरे जैसा मिलेगा
सात समुन्द्र पार मैं छोरी आजाऊ तेरे पाछे रे
पानी आले जहाज में मैडम कटवा दू तेरे काच्छे रे
ओ बदमाशी का शौक नहीं एक शौक स छोरी गाने का
गाम सेरसा जाती रे मैं छोरा सु हरियाणे का
सुथरा पटोला पटा रया छोरा जाट का
सिस्टम पे सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का
विक्रम पे गीत लिखवा रया छोरा जाट का
सोनीपत शहर ते यो आरा छोरा जाट का
बिल्ले गेल दुनिया हिला रया छोरा जाट का
सिस्टम पे सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का
शहर मेरे धुंआ सा उठा रया छोरा जाट का
सिस्टम पे सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का
काले तेरे सूट नै यो मारा छोरा जाट का…
समाप्त
बोल : विक्रम सरकार & बिल्ला सोनीपत आला
गायक : आर. मान