Tawada Mando Padjya Re Lyrics

तावड़ा मन्दो पड़ज्या रे लिरिक्स ( सीमा मिश्रा ) राजस्थानी 

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय
किरण बादळ में छिप ज्या ये

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे

जे म्हारी चंनणा बने बादळी
मैं पंछी बण जाऊँ
चंनणा मैं पंछी बण जाऊँ
पंछी बणकर फर फर उड़तों
पंछी बणकर फर फर उड़तों
बादळ में रम जाऊँ

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय
किरण बादळ में छिप ज्या ये
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय
किरण बादळ में छिप ज्या ये
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे

जे म्हारो रामू बने समंदर
मैं लहरां बण जाऊँ
ओ रामुड़ा, मैं लहरां बण जाऊँ
लहर लहर पर समुन्दरिये पर
लहर लहर पर समुन्दरिये पर
प्रीतड़ली छलकाऊँ

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे

छै छल्ला छै मुंदडी
जी कोई छल्ला भरी परात
ओ रामुड़ा छल्ला भरी परात
एक रामू के कारणे म्हे
एक रामु के कारणे म्हे
छोड्या मायड़ बाप

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे

डूंगर ऊपर डूंगरी
जी कोई डूंगर ऊपर कैर
ओ रामुड़ा डूंगर ऊपर कैर
प्रीत लगाकर छोड़ गया क्यों
प्रीत लगाकर छोड़ गया क्यों
कद को काड़्यो बैर

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये

तावड़ा मंदो पड़ ज्या रे
सूरज बादळ में बड़ जा रे
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय
किरण बादळ में छिप ज्या ये

रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये
म्हारी चंनणा चमेली मुरझाय
किरण बादळ में छिप ज्या ये
रामु को नाज़ुक जिव
किरण बादळ में छुप ज्या ये

समाप्त

बोल : निर्मल मिश्रा 
गायक : सीमा मिश्रा 


 

Leave a Comment

error: Content is protected !!