तेरा फितूर लिरिक्स
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
तू जो मेरे संग चलने लगे
तो मेरी राहें धड़कने लगे
देखूं जो ना एक पल में तुम्हें
तो मेरी बाहें तड़पने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
हाथों से लकीरे यही कहती है
के ज़िन्दगी जो है मेरी
तुझी में अब रहती है
लबों पे लिखी है मेरे दिल की ख्वाहिश
लबज़ों में कैसे मैं बताऊं
एक तुझको ही पाने की खातिर
सब से जुदा मैं हो जाऊं
कल तक मैंने जो भी ख्वाब थे देखे
तुझ में वो दिखने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
साँसों के किनारे बड़े तनहा थे
तू आके इन्हे छुले बस
यही तो मेरे अरमां थे
सारी दुनिया से मुझे क्या लेना है
बस तुझको ही पहचानूँ
मुझको ना अब मेरी खबर हो कोई
तुझसे ही खुद को मैं जानू
रातें नहीं कटती बेचैन से होक
दिन भी गुजरने लगे
इश्क़ जो ज़रा सा था वो बढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
तेरा फितूर, जबसे चढ़ गया रे
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : कुमार
गायक ( Singer) अरिजीत सिंह