तेरा ग़म अगर ना होता लिरिक्स
तेरा ग़म अगर ना होता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
ये सितम अगर ना होता
ये सितम अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
हरजाई मैं नहीं हूँ
ना वो है बेवफा
हरजाई मैं नहीं हूँ
ना वो है बेवफा
बस वक्त ने किया है
मुझसे ज़रा दगा
चाहता था मैं उसको
यह है मेरी खता
यह करम अगर ना होता
यह करम अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
सारे जहाँ से मेरा
इतना सवाल है
सारे जहाँ से मेरा
इतना सवाल है
चाहत का क्यों हमेशा
ऐसा ही हाल ही
कभी याद वो करेगी
मेरा ख्याल है
यह भरम अगर ना होता
यह भरम अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
ये सितम अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तेरा ग़म अगर ना होता
तो शराब मैं ना पीता
तो शराब मैं ना पीता
तो शराब मैं ना पीता
समाप्त
बोल : रानी मलिक
गायक : मोहम्मद अज़ीज़