Tu Hi Haqeeqat Lyrics In Hindi

तू ही हकीकत खाब तू लिरिक्स ( इमरान हाश्मी & सोहा अली खान ) तुम मिले 

तू ही हकीकत खाब तू
दरिया तू ही प्यास तू
तू ही दिल की बेकरारी
तू सकूँ, तू सकूँ

जाऊं मैं अब जब जिस जगह
पाऊं मैं तुझको उस जगह
साथ होक ना हो तू है
रूबरू, रूबरू

तू हमसफ़र, तू हमकदम
तू हमनवा मेरा
तू हमसफ़र, तू हमकदम
तू हमनवा मेरा

आ तुझे इन बाँहों में भरके
और भी कर लूँ मैं करीब
तू जुदा हो तो लगे हैं
आता जाता हर पल अजीब

इस जहाँ में है और ना होगा
मुझसे कोई भी खुशनशीब
तूने मुझको दिल दिया है
मैं हूँ तेरे सबसे करीब

मैं ही तो तेरे दिल मैं हूँ
मैं ही तो सांसों में बसु
तेरे दिल की धड़कनों में
मैं ही हूँ, मैं ही हूँ

तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा
तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा

ओ.. हो हो..
कब भला अब ये वक्त गुज़रे
कुछ पता चलता ही नहीं
जबसे मुझको तू मिला है
होश कुछ भी अपना नहीं

उफ़ ये तेरी पलकें घनी सी
छाओं इनकी है दिलनशी
अब किसे डर धुप का है
क्यों की ये मुझपे बिछी

तेरे बिना ना साँस लूँ
तेरे बिना ना मैं जियूँ
तेरे बिना ना एक पल भी
रह सकूं, रह सकूं

तू ही हकीकत खाब तू
दरिया तू ही प्यास तू
तू ही दिल की बेकरारी
तू सकूँ, तू सकूँ

तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा
तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा

तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा
तू हमसफ़र तू हमकदम
तू हमनवा मेरा

समाप्त

बोल : सईद क्वाद्रि 
गायक : जावेद अली 


 

Leave a Comment

error: Content is protected !!