तू ही मेरा लिरिक्स ( इमरान हाश्मी & ईशा गुप्ता ) जन्नत 2
हम्म
तेरे इश्क़ डूबा रहे
दिन रात यूँही सदा
मेरे ख्वाब से आंखें तेरी
एक पल ना होय जुदा
मेरा नाम तू हाथों पे
अपने लिखे बार हां
ऐ काश के ऐसा भी
एक दिन लाये वो खुदा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा…
तू ही मेरा मेरा मेरा…
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
है तेरी चाहत तेरी जरुरत
सुनी है तुझ बिन दुनिया मेरी
ना रह सकूंगा मैं दूर इनसे
है मेरी जन्नत गलियां तेरी
हो… हो…
है तेरी चाहत मेरी जरुरत
सुनी है तुझ बिन दुनिया मेरी
ना रह सकूंगा मैं दूर इनसे
है मेरी जन्नत गलियां तेरी
उम्मीद ये सीने में लेके
हूँ मैं जी रहा
कभी तुन मिले मुझसे कहे
के मैं हूँ बस तेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही है किस्मत, तू ही है रेहमत
तुझसे जुडी है मेरी हर ख़ुशी
तू ही मोहब्बत, तू ही है राहत
लगती भली है तेरी सादगी
पाता हूँ खुद को हर घडी
तेरे बिना तन्हा
मुझे थाम ले मुझे रोक ले
भटका हूँ मैं भटका
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा…
तू ही मेरा मेरा मेरा…
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा
समाप्त
बोल : सईद क्वाद्रि
गायक : शफ़क़त अमानत अली