टूट गयी एक झटके में लिरिक्स ( मिस मानवी & मन्नत रंगा ) हरियाणवी सॉन्ग
हे के पूछोगी बात
म्हारी पहली थी रात
हे के पूछोगी बात
म्हारी पहली थी रात
हे वा टूट गयी खाट
एक झटके म
हे वा टूट गयी खाट
एक झटके म
हलवा सरीर
ठाड़ा नणदी का बीर
तेरा हलवा सरीर
ठाड़ा नणदी का बीर
रै वा टूटणी थी खाट
एक झटके म
रै वा टूटणी थी खाट
एक झटके म
फेर सरक्या वो कानि
मन्नै कोन्या बात मानी
मेरै सरक्या वो कानि
मन्नै कोन्या बात मानी
हे वो तोड़ग्या सबर
मेरे खटके म
हे वा टूट गयी खाट
एक झटके म
गजब का रूप
जणु जाड़े की धूप
तेरा गजब का रूप
जणु जाड़े की धूप
तेरी बंद या जवानी
कोरे मटके म
रै वा टूटणी थी खाट
एक झटके म ओके..
मान्या कोन्या हरजाई
मैं तो गयी सरमाई
मान्या कोन्या हरजाई
मैं तो गयी सरमाई
बैरी दूर जाइये बैठ
थोड़ा हटके नै
हे वा टूट गयी खाट
एक झटके म
पाक्या अंगूर उनै
खाणा था जरूर
तेरा पाक्या अंगूर
उनै खाणा था जरूर
फायदा के सै रै
हूर इब भटके म
थारी टूटणी थी
खाट एक झटके म
समाप्त
बोल : बड़ी भाभी
गायक : प्रदीप जंदली & प्राची गौतम