वो लम्हे वो बातें लिरिक्स
हो… हो
हो…. हो हो
हो हो
वो लम्हे वो बातें कोई ना जाने थी कैसी रातें
हो बरसातें वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें
ना मैं जानू ना तू जाने
कैसा है ये मौसम कोई ना जाने
कहीं से है फ़िज़ा आयी ग़मों की धुप संग लायी
खफा हो गए हम जुदा हो गए हम
वो लम्हे वो बातें कोई ना जाने थी कैसी रातें
हो बरसातें वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें
आं ओं…
सागर की गहराई से गहरा है
अपना प्यार
सेहराओं की इन हवाओं में कैसे
आएगी बहार
कहाँ से हवा आयी घटायें काली क्यों छाई
खफा हो गए हम जुदा हो गए हम
वो लम्हे वो बातें कोई ना जाने थी कैसी रातें
हो बरसातें वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें
हो…. हो….
हो… आ….
समाप्त ( End)
बोल ( Lyrics) : सईद क्वाद्रि
गायक ( Singer) : आतिफ असलम